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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ दुनिया का सबसे खूबसूरत कुत्ता, कई विज्ञापनों में दिखा चुका है जलवे

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ दुनिया का सबसे खूबसूरत कुत्ता, कई विज्ञापनों में दिखा चुका है जलवे
कई बार फेसबुक पर स्क्रॉल करते वक्त हमारी नज़र ऐसी चीजों पर पड़ती हैं, जहां बरबस ही नजरें रुक जाती हैं और इन्हें निहारे बिना आप आगे नहीं बढ़ पाते. ये कोई खूबसूरत पेंटिंग हो सकती है या फिर कोई शानदार वीडियो. लेकिन सोशल मीडिया पर आजकल एक कुत्ता अपनी खूबसूरती के चलते वायरल हो गया है और यकीनन यह दुनिया के सबसे खूबसूरत कुत्तों में शुमार है. टी नाम के इस खूबसूरत अफ़गानी कुत्ते की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो गई हैं. रेशमी जुल्फों वाले इस कुत्ते को आसानी से कोई भी कंपनी अपने हेयर प्रॉडक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकती है.




सोशल मीडिया इस कुत्ते की खूबसूरती का ऐसा दीवाना हुआ कि अब तक इसे एक मिलियन से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. इस कुत्ते के मालिक ल्यूक कावाना के मुताबिक, "मुझे ये तो पता था कि यह बेहद खास किस्म का कुत्ता है लेकिन मुझे इस बात का कतई अंदाजा नहीं था कि यह सोशल मीडिया पर इतना मशहूर हो जाएगा.'




ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में रहने वाले ल्यूक ने बताया कि, 'जब मैं इसे वीकेंड पर घुमाने ले जाता हूं तो अपने बालों और चाल की वजह से यह आस-पास मौजूद लोगों को काफी आकर्षित करता है.' 'मुझे लगता है कि लोग इसकी तस्वीरों की तरफ इसलिए आकर्षित हुए, क्योंकि टी के बाल और उसका लुक का तालमेल बेहद खास है.


ऑनलाइन मशहूर होने के बाद से टी ने कुत्तों के लक्ज़री फूड ब्रांड रॉयल कैनाइन और कुत्तों के परफ्यूम के लिए एक विज्ञापन पाने में भी कामयाबी पाई है. दो बच्चों के पिता ल्यूक ने बताया कि इंटरनेट पर वायरल होने के बाद कई कंपनियों ने टी को अप्रोच किया है.



 लेकिन थोड़े पैसे कमा लेने के बाद टी शांति से घर पर आराम फरमाना पसंद करता है क्योंकि शूट की तैयारियों के चलते वह घर पर काफी कम समय दे पाता है. ल्यूक ने बताया कि मेरा टी के साथ बेहद खास संबंध है और हमने एक-दूसरे के साथ कुछ यादगार पल बिताए हैं.

वैज्ञानिकों का मानना है कि बरमूडा ट्राइंगल का रहस्य छिपा है उसके ऊपर मौजूद Hexagonal बादलों में

वैज्ञानिकों का मानना है कि बरमूडा ट्राइंगल का रहस्य छिपा है उसके ऊपर मौजूद Hexagonal बादलों में
दुनिया के कई रहस्यों में से एक है उत्तर अटलांटिक महासागर के पश्चिमी भाग का हिस्सा, बरमूडा त्रिकोण या बरमूडा ट्राइंगल. ये एक ऐसा सवाल है, जिसका कोई जवाब नहीं, पर अटकलें बहुत हैं.

500,000 किलोमीटर वर्ग मैं फैला महासागर का ये हिस्सा सैकड़ों हवाई और पानी के जहाजों को निगल चुका है. पिछले 100 सालों में 1000 से अधिक लोग यहां आने के बाद लुप्त हो चुके हैं. मीलों दूर से गुज़र रहे जहाज़ भी इस मौत के बवंडर की ओर खिंचे चले आते हैं.

इस रहस्य से कई मान्यताएं और कहानियां जुड़ी हैं. कुछ लोगों का मानना है कि यहां कोई अलौकिक शक्ति है, जो जहाजों को अपनी ओर खींचती है. दूसरी ओर लोग कहते हैं कि यहां से कोई दिव्य रौशनी निकलती है, जिसका कुछ पता नहीं कि वो कहां से उत्पन्न होती है. वही रौशनी तूफान का रूप लेकर सब कुछ खींच लेती है. कई लोगों ने तो समुद्री दानव की बात भी कही है, जो ये सब कर रहा है. लेकिन लोगों की ​इन सभी मान्यताओं पर पानी फेर दिया है वैज्ञानिकों के इस दावे ने.

वैज्ञानिकों का दावा है कि ये मौसमीय घटनाओं की वजह से हो रहा है. बरमूडा ट्राइंगल के ऊपर हेक्सागनल आकार (षटकोणीय) के बादल बनते हैं, जो कि Air Bombs से मिलकर बने होते हैं. इन Air Bombs से उत्पन्न हवा से समुद्र में 45 फीट ऊंची लहरें बनती हैं.

Meteorologist Randy Cerveny ने The Mirror से बताया कि-

ये Air Bombs, Micro Bursts से मिल कर बने होते हैं. ये Micro Bursts बादलों के नीचे से निकलते हैं और फट जाते हैं. ये फट कर महासागर में टकराते हैं और विशाल आकार की लहरें बनती हैं.  शोधकर्ताओं ने बताया कि बरमूडा द्वीप के पश्चिमी सिरे पर काफी बड़े बादल देखने को मिलते हैं, करीब 20 से 55 मील तक फैले हुए. ज़्यादातर बादल सीधे होने के बजाए तितरे-बितरे होते हैं. वैज्ञानिक इसी मौसमीय घटना को बरमूडा ट्राइंगल के पीछे छिपा रहस्य मानते हैं.

पद्मनाभस्वामी मंदिर का सातवां द्वार है एक रहस्य, 16वीं सदी का ’सिद्ध पुरूष’ ही इसे खोल सकता है

पद्मनाभस्वामी मंदिर का सातवां द्वार है एक रहस्य, 16वीं सदी का ’सिद्ध पुरूष’ ही इसे खोल सकता है
केरल के तिरुवनन्तपुरम में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर काफ़ी प्रसिद्ध है. यह मंदिर पूरी तरह से भगवान विष्णु को समर्पित है. यह भारत के प्रमुख वैष्णव मंदिरों में से एक है. देश-विदेश के कई श्रद्धालु इस मंदिर में आते हैं. इस मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु की विशाल मूर्ति विराजमान है, शेषनाग पर शयन मुद्रा में भगवान विराजमान. यह मंदिर काफ़ी रहस्यों से भरा है. यह विश्व का सबसे अमीर मंदिर है. इस मंदिर में करीब 1,32,000 करोड़ की मूल्यवान संपत्ति है, जो स्विटज़रलैंड की संपत्ति के बराबर है. देखा जाए, तो इस मंदिर के पीछे कई कहानियां हैं, जिन्हें जानने के बाद आप भी हैरान हो जाएंगे.
Source: Kerala
18वीं शताब्दी में त्रावणकोर के राजाओं ने पद्मनाम मंदिर को बनाया था. सबसे अहम बात ये है कि इसका ज़िक्र 9वीं शताब्दी के ग्रंथों में भी आता है. 1750 में महाराज मार्तंड वर्मा ने खुद को 'पद्मनाभ दास' बताया, जिसका मतलब 'प्रभु का दास' होता है. इसके बाद शाही परिवार ने खुद को भगवान पद्मनाभ को समर्पित कर दिया. इस वजह से त्रावणकोर के राजाओं ने अपनी दौलत पद्मनाभ मंदिर को सौंप दिया.
Source: Kanigas
1947 तक त्रावणकोर के राजाओं ने इस राज्य में राज किया. हालांकि, आज़ादी के बाद इसे भारत में विलय कर दिया गया. विलय होने के बावज़ूद सरकार ने इस मंदिर को अपने कब्ज़े में नहीं लेकर, त्रावणकोर के शाही परिवार को सौंप दी. अब इस मंदिर की देखभाल शाही परिवार के अधीनस्थ एक प्राइवेट ट्रस्ट करता है.
Source: Dollsofindia
संपत्ति और रहस्य को देखते हुए कई लोगों ने इसके द्वारों को खोलने की मांग की थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने सहर्ष स्वीकार कर लिया. 7 सदस्यों की निगरानी में अब तक 6 द्वार खोले जा चुके हैं, जिनसे करीब 1,32,000 करोड़ के सोने और जेवरात मिले. लेकिन सबसे दिलचस्प बात सातवें गेट की है. ये अभी तक पूरी दुनिया के लिए रहस्य बना हुआ है, जिसे अभी तक खोला जाना है.
Source: Media
वैसे जब भी इस मंदिर के ख़जाने को खोलने की बात होती है, तो इसमें अनहोनी की कहानी भी जुड़ जाती है. दरअसल, सातवें गेट में ना कोई वोल्ट है, और ना ही कोई कुंडी. गेट पर दो सांपों के प्रतिबिंब लगे हुए हैं, जो इस द्वार की रक्षा करते हैं. इस गेट को खोलने के लिए किसी कुंजी की ज़रूरत नहीं पड़ती है, इसे मंत्रोच्चारण की मदद से ही खोल सकते हैं.
Source: Blog
यह एक गुप्त गृह है, जिसकी रक्षा 'नाग बंधम्' करते हैं. इस गेट को कोई 16वीं सदी का'सिद्ध पुरूष', योगी या फ़िर कोई तपस्वी ही 'गरुड़ मंत्र' की मदद से खोल सकता है.

नियमानुसार, 'गरुड़ मंत्र' का स्पष्ट तरीके से उच्चारण करने वाला सिद्ध पुरूष ही इस गेट को खोल पाएगा. अगर उच्चारण सही से नहीं किया गया, तो उसकी मृत्यु हो जाती है. अभी हाल में याचिकाकर्ता की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई.

Source: Jagran
देश के शंकराचार्य इस पूरे मामले पर कहते हैं कि "सातवें दरवाजे को खोलने के बारे में देश का उच्चतम न्यायालय फैसला करने वाला है, ऐसे में मंदिर की संपत्ति की देख-रेख राजपरिवार के हाथों में सौंपना सही होगा."
90 वर्षीय त्रावणकोर राजपरिवार के प्रमुख तिरुनल मार्तंड वर्मा ने अंग्रेज़ी अख़बार टेलीग्राफ़ को दिए एक इंटरव्यू में कहते हैं कि हमने अपनी पूरी ज़िंदगी इस मंदिर की देखभाल में लगा दी है. हम इस मंदिर और भगवान विष्णु की सेवा में तत्पर हैं. सातवें द्वार के खुलने का मतलब देश में प्रलय आना है. हमारी कोशिश है कि इसे रहस्य ही रहने दिया जाए.

इस मंदिर से मिली संपत्ति को देख कर अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि वाकई यह काफ़ी रहस्यमयी मंदिर है. कई लोगों का मानना है कि सभी संपतियों को जनता की भलाई के कामों में लगा देना चाहिए, जो काफ़ी हद तक सही भी है.

Inffbook क्या आप इस साइट के बारे मे जानते है ?

ये एक नई सोश्ल नेटवर्क साइट है ये कुछ महीने पहले ही चालू की गई थी अब इसमे काम चालू है , अभी ये साइट पूरी तैयार नही है पर फिर भी आप अभी इस साइट को जॉइन कर सकते है ओर अपने मोमेंट्स शेर कर सकते है ।
अभी Signup करे

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Meet Chinese Actress Zhu Zhu, Who's All Set To Make Her Debut With Salman Khan In 'Tubelight'

Meet Chinese Actress Zhu Zhu, Who's All Set To Make Her Debut With Salman Khan In 'Tubelight'
Salman Khan has started shooting for Kabir Khan’s Tubelight and just a few months ago, there were reports that claimed Chinese actress Zhu Zhu is all set to make her big debut.

Chinese actress Zhu Zhu has worked with some International projects like What Women Want, Shanghai Calling, The Man with the Iron Fists, Last Flight and a few others. Zhu Zhu who was also a VJ on MTV China is all set to make her big debut. Here are some photos of Zhu Zhu that prove she's all set for Bollywood and ready to romance Bollywood's Sultan on the silver screen!

घंटों पानी में नहाती थी कजाकिस्तान की यह लड़की, अब है इंटरनेशनल ट्रेनर

घंटों पानी में नहाती थी कजाकिस्तान की यह लड़की, अब है इंटरनेशनल ट्रेनर

ग्वालियर। बचपन में घंटों स्वीमिंग पूल में नहाना और पानी से खेलना। पहले तो पेरेंट्स ने मना किया, लेकिन लड़की की रजिस्ट्रेंस पॉवर देखकर वे दंग रह गए, क्योंकि वह कभी बीमार नहीं पड़ी। यही नहीं लड़की ने भी अपने इस टेलेंट को पहचान लिया और एक्वा योग की इंटरनेशनल ट्रेनर बन गई। यह लड़की है कजाकिस्तान की अनसतासिया ओसोकिना। अनसतासिया ग्वालियर के LNIPE में एक्वा योग की ट्रेनिंग देने आई हुई हैं। एक्वा एक्सरसाइज से दूर होती हैं बीमारियां........

-23 साल की अनसतासिया बताती हैं कि पानी में केवल स्वीमिंग नहीं होती, बल्कि इसमें एक्सरसाइज करके फिट रखा जा सकता है।
-अनसतासिया अपने अनुभव के बारे में बताती हैं कि वे स्वीमिंग करती थीं, लेकिन फिर वे सभी एक्सरसाइज पानी में करने लगीं, जो फ्लोर पर होती थीं।
-एक्वा एक्सरसाइज से उनकी बॉडी की फिटनेस स्ट्रांग हो गई और फिर उन्होंने रूस से एक्वा फिटनेस की एडवांस ट्रेनिंग ली और कैरियर बनाया। 
-अनसतासिया बताती हैं कि एक्वा एक्सरसाइज करने से छोटी-मोटी बीमारियां तो वैसे ही दूर हो जाती हैं और बॉडी की रजिस्टेंस पॉवर अच्छा हो जाता है।
-अनसतासिया कहती हैं कि ट्रेनिंग के लिए वे कई देशों में घूमती हैं, जिससे खानपान बदलता है, लेकिन वे बीमार नहीं पड़तीं।

पानी से ऐसे मिलती है फिटनेस
-अनसतासिया ने बताया कि एक्वा योग में पूल में पानी केवल चेस्ट तक रहता है और इसमें डंबल्स, बेल्ट, रिंग को लेकर स्वीमिंग करते हुए एक्सरसाइज की जाती है।
-वे बताती हैं कि फ्लोर पर एक्सरसाइज करने से प्रेशर ज्यादा लगता है, लेकिन पानी में नहीं, क्योकि यहां पर ग्रेविटी कम हो जाती है।
-बॉडी पर प्रेशर कम पड़ता है, जिससे थकावट कम होती है। इसमें कैलोरी बर्न ज्यादा होती है और आर्थाराइटिस से लेकर दूसरी बीमारियां नहीं होतीं।
-एक्वा योग से बॉडी स्ट्रांग बनती है। अब जिस पानी से उनके पेरेंट्स दूर रहने के लिए कहते थे, वे ही एक्वा एक्सरसाइज करके फिट रहते हैं।

Amazon finally launches its first ‘Prime Air’ plane

Amazon finally launches its first ‘Prime Air’ plane

Amazon announced deals with two aircraft leasing companies – Atlas and ATSG.
At a media event in Seattle last week, Amazon unveiled its first “Prime Air” branded plane. A Boeing 767 owned by Atlas Air, this plane has been converted into a freighter.
Amazon had earlier announced deals with two aircraft leasing companies – Atlas and Air Transport Services group, or ATSG, to fly as many as 40 dedicated cargo planes in the near future. While, eleven are already in operation; “Prime Air” will be the first one that has been painted. The purpose is to provide Amazon abundant shipping capacity for peak periods and flexibility for normal operations as its Prime business grows, said Dave Clark, Amazon’s senior vice president of Operations to Recode.
“You can almost think about the difference between commercial flight and private flight,” Clark said. “We have the ability, with our own planes, to create connections between one point and another point that are exactly tailored to our needs, and exactly tailored to the timing of when we want to put packages on those routes — versus other peoples’ networks which are optimized to run their entire network. We add capacity, we add flexibility, and it gives us cost-control capability as well.”
Apart from vertically integrating its business, it has also invested in numerous logistics technologies and is buying or leasing truck trailers and cargo ships to fulfill its local delivery services, as well. Moreover, Amazon has also built its own cloud-computing and web-hosting platform and designed its own electronic devices that hold the potential of being the future of shopping.

The aircraft is mostly painted white with “Prime Air” branded on both sides, a blue bottom that leads up the fuselage into a stripe and a dark gray tail with Amazon’s “smile” logo on it.

Google ने बनाया लक्ष्य, 100 करोड़ भारतीयों को लाएगा ऑनलाइन

 Google ने बनाया लक्ष्य, 100 करोड़ भारतीयों को लाएगा ऑनलाइन

सर्च इंजन कंपनी गूगल आने वाले वर्षों में 100 करोड़ भारतीयों को ऑनलाइन लाना चाहती है। गूगल का कहना है कि ऐसा करना हमारे लिए सामान्य-सा लक्ष्य है।
कंपनी के उपाध्यक्ष (साउथ-ईस्ट एशिया) राजन आनंदा ने कहा कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमने कोई समय सीमा तय नहीं की, लेकिन जिस तरह से भारत में तेजी से लोग इंटरनेट की ओर बढ़ रहे हैं, उससे 100 करोड़ भारतीय ऑनलाइन आ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि फिलहाल 35 करोड़ भारतीय ऑनलाइन हैं। साल 2020 तक 60 करोड़ लोग इंटरनेट से जुड़े जाएंगे। गूगल ने कहा कि हमने भारत सरकार के साथ कई करार किए हैं।
इसमें रेलवे स्टेशन में फ्री वाई-फाई सुविधा देना प्रमुख है। आनंदा ने गूगल इंडिया के कार्यक्रम में कहा कि 27 रेलवे स्टेशन पर फ्री वाई-फाई की सुविधा शुरू हो चुकी है। इससे हर महीने औसतन 20 लाख लोग जुड़ रहे हैं।

जानें एंड्रॉयड नॉगट में क्या कुछ है खास

जानें एंड्रॉयड नॉगट में क्या कुछ है खास

Rohit : गूगल अगस्त में अपना लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड नॉगट जारी कर सकती है. उससे पहले जान लें उसकी खासियत.
1. एक स्क्रीन पर खोल सकेंगे दो एप
गूगल ने अप्रैल में नए ऑपरेटिंग सिस्टम का डेवलपर प्रिव्यू वर्जन पेश किया था. इस दौरान इसके कई नए फीचर का खुलासा हुआ था. एंड्रॉयड नॉगट में मल्टी विंडो सपोर्ट फीचर शामिल किया गया है. इसके तहत स्मार्टफोन यूजर फोन की स्क्रीन पर एक साथ दो एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर सकेंगे. इतना ही नहीं, नए ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड नॉगट में गूगल ने इमोजी में भी बदलाव किया है.
2. कैमरा एप में सुधार
फोटो कंपोजीशन को बेहतरीन बनाने के लिए एंड्रॉयड नॉगट के कैमरा एप में कई नए फीचर शामिल किए गए हैं. इसके नए कैमरा एप में 4 ग्रिड उपलब्ध कराए गए हैं. दरअसल, आईफोन में तस्वीर के बेहतर कंपोजीशन के लिए ग्रिड का इस्तेमाल किया जाता है. अब एंड्रॉयड यूजर भी इसी तरह की सुविधा का इस्तेमाल कर सकेंगे. इसके अलावा नए ऑपरेटिंग सिस्टम में मैनुअल एक्सपोजर फीचर भी शामिल किया गया है. इसके जरिए यूजर सिर्फ स्क्रीन पर टैप कर उसकी ब्राइटनेस को कम या बढ़ा सकते हैं.
3. स्क्रीन से दे सकेंगे नोटिफिकेशन का जवाब
नए ऑपरेटिंग सिस्टम में नोटिफिकेशन या मैसेज का जवाब देने के लिए यूजर को एप खोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी. किसी भी नोटिफिकेशन का जवाब यूजर सीधे स्क्रीन से ही दे सकेंगे. फोन पर हर एप के सभी नोटिफिकेशन एक साथ दिखाई देंगे. इसके अलावा नोटिफिकेशन में हीरो इमेज यानी जिस व्यक्ति या एप की तस्वीर आती है, उसका आकार पहले से बड़ा हो जाएगा.
4. इंटरनेट डाटा की बचत करेगा
एंड्रॉयड नॉगट फोन में इंटरनेट डाटा की खपत को भी कम करेगा. इसमें गूगल ने नया ‘डाटा सेवर’ फीचर दिया है. इसकी मदद से यूजर पहले की अपेक्षा एप की ओर से खर्च किए जाने वाला मोबाइल डाटा अधिक नियंत्रित कर पाएंगे. फोन में एक बार डाटा सेवर मोड सक्रिय करने पर यह बैकग्राउंड डाटा को भी बंद कर देता है. अगर यूजर बैकग्राउंड में डाटा की खपत करने वाले किसी एप का इस्तेमाल करना चाहेंगे तो इंटरनेट डाटा अपने आप ऑन हो जाएगा. इसके अलावा एंड्रॉयड नॉगट में नंबर ब्लॉक करने का फीचर भी उपलब्ध कराया गया है. हालांकि अभी भी एंड्रॉयड फोन की सेटिंग में बदलाव कर इंटरनेट डाटा सेव किया जा सकता है.
5. बैटरी कम खर्च होगी
स्मार्टफोन में बैटरी जल्दी डिस्चार्ज होने की समस्या से निपटने के लिए गूगल ने रीवैम्प डोज फीचर शामिल किया है. इसके तहत फोन इस्तेमाल न होने पर बैकग्राउंड में चलने वाले एप को पूरी तरह बंद कर देगा. इससे फोन की बैटरी की खपत बिल्कुल न के बराबर हो जाएगी. एंड्रॉयड मार्शमैलो में भी कंपनी ने यह फीचर उपलब्ध कराया था लेकिन नए ऑपरेटिंग सिस्टम में इसे और बेहतर बनाया गया है. इस फीचर का फायदा यह है कि अगर आप फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो इसकी बैटरी एक सप्ताह से अधिक समय तक चलेगी.

iPhones और iPads के लिए एप्पल ने जारी किया नया अपडेट

iPhones और iPads के लिए एप्पल ने जारी किया नया अपडेट

एप्पल ने मौजूदा आई.ओ.एस. डिवाईसिस के लिए नया 9.3.4 अपडेट जारी किया है। इस अपडेट में जरूरी सिक्योरिटी अपडेट्स को एड किया गया है जिसमें खास तौर पर मैमोरी करप्शन, पैंगू जेलब्रेक पैचिज आदि शामिल है। यह अपडेट सभी कम्पैटेबल आईफोन्स और आईपैड्स के लिए पेश किया गया है। इस अपडेट में सिक्योरिटी पर ज्यादा ध्यान दिया गया है इसलिए इस नए अपडेट में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। 

उल्लेखनीय है कि आई.ओ.एस. डिवाइसिस के लिए जारी किया गया आई.ओ.एस. 9 का यह आखिरी अपडेट है क्योंकि सितम्बर में कम्पनी नया आईफोन लांच करेगी जिसके साथ ही आई.ओ.एस. 10 को भी लांच किया जाएगा।

..यहाँ तो स्कूल के टॉयलेट भी साफ करते हैं भूत!

..यहाँ तो स्कूल के टॉयलेट भी साफ करते हैं भूत!

क्या भूत परोपकार के भी काम करते हैं? अगर हां, तो कोई यकीन करेगा नहीं और न कहने के लिए कोई वजह नहीं ढूंढनी पड़ती। पर एक अमेरिकी स्कूल के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज पर भरोसा करें, तो यहां एक स्कूल में भूत बच्चों का टॉयलेट साफ करता है। वो भी बिना मशीन को बिजली से जोड़े। 
यह भी पढ़े : ऐसे लोग बनते है भूत-प्रेत का शिकार...!
ये वीडियो यृट्यूब पर ट्यूबा रुब्बा नाम के यूजर ने पोस्ट किया है। जिसे अबतक लाखों लाइक मिल चुके हैं। वीडियो को पोस्ट करते समय जानकारी दी गई है कि ये बेहद असमान्य पर 100 फीसदी वास्तविक तस्वीर है। ये जगह अमेरिका के अराकांस राज्य के फॉक शहर स्थित एक स्कूल में है। वीडियो में दिखाई देता है कि अचानक से सफाई मशीन शुरू हो जाती है और अपना काम करने लगती है। जबकि वहां कोई नहीं होता।
हैरानी की बात ये है कि मशीन जिस समय काम कर रही होती है, वो बिजले से भी नहीं जुड़ी होती। काफी लगो इस वीडियो पर कमेंट कर रहे हैं। कुछ लोग इस पर हैरानी जता रहे हैं, तो कुछ लोगों को लगता है कि ये वीडियो फर्जी है। एक व्यक्ति ने कमेंट किया है कि स्कूलों को अब भूतों को नौकरी पर रखना चाहिए, क्योंकि वो बेहतर काम कर रहे हैं।
यह भी पढ़े : यहां टैक्सियों में सफर कर रहे है भूत, CCTV में कैद हुई तस्वीर!

OMG! पोकेमॉन पकड़ने के लिए लगाई 5,000 फीट से छलांग

OMG! पोकेमॉन पकड़ने के लिए लगाई 5,000 फीट से छलांग

नई दिल्ली (टीम डिजिटल)। पोकेमॉन गो गेम का बुखार लोगों के सर पर चढ़ता ही जा रहा है। कभी लोग गाड़ी चलाते हुए पोकेमॉन पकड़ते हैं जिस कारण ऐक्सीडेंट हो जाता है तो कभी बिना वीजा के बार्डर पार चले जाते हैं।
यहां तक की नेल आर्ट में #pokemonnails नाम से नाखून पर पोकेमॉन पेंट करने का ट्रेंड आ गया है। भारत में भी एक कंपनी ने पोकेमॉन पकड़ने की नौकरी निकाली है।
हाल ही में एक खबर आई है कि एक आदमी ने पोकेमॉन पकड़ने के लिए 5,000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगा दी है जिसके बाद उसे पोकेमॉन तो नहीं बस निराशा ही हाथ लगी।
दरअसल, एक स्काईडाईवर ने 5,000 फीट पर जा कर प्लेन से छलांग लगाई। उसने यह पोकेमॉन पकड़ने के लिए किया। उसने प्लेन से कूदते ही जेब से फोन निकाल कर पोकेमॉन पकड़ने की कोशिश तो की लेकिन उसे पोकेमॉन नहीं मिला। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पोकेमॉन गेम इतनी ऊंचाई पर नहीं चलता।
आप भी देखिए पोकेमॉन की दिवानगी से भरा यह वीडियो।

This Happened when Traffic Police stopped the Car of Narendra Modi..!!!

This Happened when Traffic Police stopped the Car of Narendra Modi..!!!

It is very rare that a traffic police from India has the courage to take any politician under their remand. However there are some exception too like Kiran Bedi. She once Towed the car of Indira Gandhi with a crane When Indira Was the Prime Minister. From then Kiran Bedi Named as Crane Women.
And After so many years history repeat itself. A traffic constable Stopped the car and refuse to allow them to go even he come to know that its PM Modi’s car.
Even if the constable was told that PM Modi is seated in the car but he didn’t let them go. But after sometime PM modi itself come out of the car and appreciated the duty of the constable.
1This incident make us to realize that Modi is not the who always wants VIP treatment , no matter whatever the situation is. At The same time, it is creditable on the part of that constable that he didn’t refuse his duty and stood still on the order which was given to him.

व्हाट्सएप और टेलीग्राम की तर्ज पर फेसबुक मैसेंजर में आया यह नया फीचर, जानें क्या है खास

व्हाट्सएप और टेलीग्राम की तर्ज पर फेसबुक मैसेंजर में आया यह नया फीचर, जानें क्या है खास

हाल ही में फेसबुक ने अपने मैसेंजर फीचर्स में बदलाव करते हुए फेसबुक मैसेंजर में नया फीचर एड किया हैव्हाट्सएप और टेलीग्राम के तर्ज जिसका आप भी उपयोग कर सकते है. फेसबुक द्वारा यह फीचर्स  पर लाया गया है. जिसे अब आप भी एंड टु एंड एन्क्रिप्शन फीचर्स का उपयोग कर सकते है. पिछेल महीने कंपनी द्वारा इसकी घोषणा भी की गयी थी.
कंपनी ने हाल ही में एंड टु एंड एन्क्रिप्शन फीचर्स को चालू कर दिया है. फेसबुक ने अभी इसका बीटा वर्जन ही दिया है.  व्हाट्सएप ने भी ऐसा किया है, लेकिन फेसबुक मैसेंजर में यह सिक्योरिटी आपको सेलेक्ट करने पर मिलेगी.
आप फेसबुक मैसेंजर का यूज़ करते है तो इसके लिए आपको सेटिंग्स में एक सीक्रेट कनवर्सेशन का ऑप्शन दिखेगा. इसमें आप अपने चैट्स के लिए एंड टु एंड एन्क्रिप्शन सेलेक्ट कर सकते हैं. इस फीचर के जरिए आपके तमाम मैसेज एन्क्रिप्ट हो जाएंगे जैसे सेंडर या रिसीवर के अलावा कोई भी डिकोड नहीं कर सकता.
इस फीचर्स को पहले व्हाट्सएप और टेलीग्राम में भी लाया गया था. जिससे चैटिंग को सिक्योर किया जा सकता है. अभी इसमें और बदलाव की सम्भावना है.

दुनिया की इन दिग्गज कंपनियों की मार्केट वैल्यू सुन उड़ जाएंगे आपके होश!

दुनिया की इन दिग्गज कंपनियों की मार्केट वैल्यू सुन उड़ जाएंगे आपके होश!

एप्पल की मार्केट वैल्यू- 569.1 बिलियन डॉलर -गूगल की मार्केट वैल्यू- 539 बिलियन डॉलर -माइक्रोसॉफ्ट की मार्केट वैल्यू- 445.7 बिलियन डॉलर -अमेजन की मार्केट वैल्यू- 365.8 बिलियन डॉलर -फेसबुक की मार्केट वैल्यू- 359.4 बिलियन डॉलर -बर्कशायर हैथवे की मार्केट वैल्यू- 355.6 बिलियन डॉलर

पोकेमॉन गो के सीईओ का ट्विटर अकाउंट हैक

पोकेमॉन गो के सीईओ का ट्विटर अकाउंट हैक

दुनिया के टेक दिग्गजों के सोशल मीडिया अकाउंट हैकिंग का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. गूगल सीईओ सुंदर पिचाई और फेसबुक फाउंडर मार्क जकरबर्ग जैसे दिग्गजों के अकाउंट हैक हुए हैं. अब नंबर है, तेजी से पॉपुलर हो रहे ऑग्मेंटेड रियलिटी मोबाइल गेम पोकेमॉन गो की पैरेंट कंपनी के सीईओ जॉन हेंक का.
मशहूर मोबाइल गेम पोकेमॉन गो की पेरेंट कंपनी नियैंटिक लैब के सीईओ जॉन हेंक का ट्विटर अकाउंट हैक हो गया है. इसके पीछे वो ही हैकर ग्रुप है जिन्होंने कई हस्तियों के ट्विटर अकाउंट हैक करने का दावा किय है. हैक करने के बाद इस अकाउंट से लगातार कई ट्वीट किए गए हैं.
दिलचस्प बात यह है कि इस बार 'OurMine' का नाम सामने आ रहा है. लगातार कई बार हस्तियों के ट्विटीर अकाउंट्स हैक होने के पीछे भी इनका ही नाम सामने आता है. ज्यादातर ये खुद ही हैकिंग की जिम्मेदारी लेते हैं. इस बार भी कुछ ऐसा ही है.
एक ट्वीट में लिखा गया है, ' उनका पासवर्ड 'nopass' है जो काफी आसान है'. इस तथाकथित हैकर ग्रुप 'OurMine' टीम ने इस बार भी वो ट्वीट किए हैं जो दूसरे अकाउंट हैक करने पर करते हैं. ट्वीट में है, 'हमने सिक्योरिटी टेस्टिंग के मकसद सहैक किया है. सिक्योरिटी अपग्रेड करने के लिए हमारी वेबसाइट विजिट करें'

पुराने डिवाइसिस को भी स्पोर्ट करेगा सैमसंग का अगला Gear VR

पुराने डिवाइसिस को भी स्पोर्ट करेगा सैमसंग का अगला Gear VR


सैमसंग के नए अपग्रेडिड गेयर वी. आर. की एक ताजा जानकारी के मुताबिक सैमसंग का गेयर वी. आर. गैलेक्सी नोट 7 के साथ कम्पैटेबल होगा। इस लीक हुई जानकारी के साथ वह यूजर निराश हो गए थे जो सैमसंग के पुराने डिवासिस जैसे गैलेक्सी S6 का प्रयोग करते हैं परन्तु निराश होने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि सैमसंग के नए गेयर वी. आर. को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह सैमसंग के पुराने स्मार्टफोन्स को भी स्पोर्ट करेगा। 

पुराने गेयर वी. आर. की व्यू रेंज 96 डिग्री थी परन्तु नए गेयर वी. आर. की रेंज को बडा कर 110 डिग्री कर दिया गया है। कीमत के मामले में भी पुराने गेयर वी.आर. को 99 डालर की अफोर्डेबल कीमत में बेचा गया था और कहा जा रहा है कि नया अपग्रेडिड गेयर वी. आर. भी इतनी कीमत के साथ ही लांच किया जाएगा। 

अबोहर में भी पोकेमॉन गो की दिवानगी का असर

अबोहर में भी पोकेमॉन गो की दिवानगी का असर

अबोहर : कभी वह बचपन भी था जब बच्चे गिल्ली डंडा, लुकाछिपी, खो-खो, कंचे आदि खूब खेलते थे। फिर वह जमाना भी आया जब गली मोहल्लों में वीडियो गेम की दुकानें खुल गई और बच्चे अपना अधिकांश समय इन वीडियो गेम की दुकानों में बिताने लगे। कुछ समय और बीता तो कंप्यूटर व लेपटॉप आ गए और बच्चे इन पर व्यस्त हो गए लेकिन आज का बचपन स्मार्टफोन के बीच पल रहा है और स्मार्टफोन के साथ खेली जाने वाली सबसे चर्चित गेम 'पोकेमॉन गो' का दीवाना बना हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेली जाने वाली इस नए गेम 'पोकेमॉन गो' का दीवानापन अबोहर जैसे छोटे शहर में भी इस कद्र बढ़ रहा है कि बच्चे व युवा इसी में व्यस्त दिखाई देने लगे हैं।
अबोहर के 16 वर्षीय युवक सचिन ने गेम को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि जब उसने इस गेम के बारे में सुना तो उसने समझना और खेलना चाहा और एक ही दिन में उसने इसे सीख भी लिया, यह इसकी दीवानगी का सबसे बड़ा प्रमाण है। करण, विनय, जसबीर ने कहा कि तीन चार लोग इसे मिलकर भी खेलते हैं और टाइम पास करने के लिए उधर-उधर भटकने की बजाए गेम में व्यस्त रहते हैं। मानव ने कहा कि अब तो जो युवा इस गेम के बारे में नहीं जानता, उसे आउट डेटेड ही माना जाता है।
क्या है यह गेम
इस गेम में पोकेमॉन फोन में इतराते, इठलाते अपने पीछे दौड़ाते हैं। इंटरनेट व जीपीएस की मदद से खेली जाने वाली इस गेम में मोबाइल कैमरे का इस्तेमाल किया जाता है और फोन को कहीं पर प्वाइंट करने पर वर्चुअल पोकेमॉन दिखाई देता है जिसे पकड़ने के लिए होड़ लग जाती है। पोकेमॉन पा कर खिलाड़ी को ग्रेड व प्वाइंट्स मिलते हैं। यहां इसे यूसी ब्राउजर से डाउनलोड करके खेला जा रहा है। यह गेम स्मार्टफोन के जीपीएस से आपकी लोकेशन का पता लगा लेता है और उसके बाद स्क्रीन पर ठीक उसी जगह का नक्शा बनता है, जहां पर आप होते हो। अब जैसे जैसे आप जगह बदलोगे, स्क्रीन भी आगे पीछे होती जाती है और उसी जगह का नक्शा आता जाता है। बस उसी जगह से पोकेमॉन को ढूंढ़ना होता है, जहां पोकेमान नजर आए, मोबाइल वाइब्रेट करने लगता है और मोबाइल का कैमरा पोकेमॉन दिखा देता है। अब झट से इस पोकेमॉन को पकड़ना होता है, इसके लिए मोबाइल फोन के स्क्रीन पर एक बाल नजर आती है, इस बॉल को पोकेमॉन की तरफ उछालना होता है, यदि निशाना स्टीक रहा तो पोकेमॉन आपका हुआ।