नई दिल्ली। डॉट वेब डोमेन को नू डॉट को ने 900 करोड़ रूपए में खरीदा है । नू डॉट को के अलावा गूगल, एफिलियास, रेडिक्स और डू नट्स ने नीलामी में भाग लिया। डॉट वेब को बिकने में चार साल लगे। यह अब तक की अधिकतम बोली है। नू डॉट को को डोमेन के नाम में फेरबदल का अधिकार भी मिल गया है। प्रक्रिया 2012 में शुरू हो गई थी। रेडिक्स और डू नट्स ने तो नू डॉट को पर बिक्री से संबंधित प्रक्रियाओं के उल्लंघन का आरोप भी लगाया।
पहले भी हो चुकी है ऐसी नीलामीइस डोमेन की नीलामी आईसीएएनएन ने की। यह नॉनप्रोफिट संस्था है जो इंटरनेट के नाम से जुड़े डेटाबेस का समन्वय और प्रक्रिया का काम संभालती है। इससे पहले डॉट शॉप डोमेन जनवरी, 2016 में 276 करोड़ रूपए में बिका था। इसी तरह 2015 में डॉट एप 166 में बिका था।
21 साल पुरानी अमरीकी कंपनी21 साल पुरानी अमरीकी कंपनी इंटरनेट के शीर्ष स्तर के डोमेन डॉट कॉम, डोट नेट, और डॉट नेम के लिए आधिकारिक डोमेन रजिस्ट्रियां संचालित करता है। यह डॉट नेम और डॉट जीओवी के लिए भी अनुबंधित रजिस्ट्री ऑपरेटर है।
नू डॉट को के पीछे वेरीसाइन बताया जा रहा है कि नू डॉट के पीछे वेरीसाइन कंपनी है। लेकिन इसकी औपचारिक घोषणा किसी भी माध्यम से अभी तक नहीं हो पाई है। आशंका इसलिए जताई जा रही है, क्योंकि वेरीसाइन ने कुछ दिनों पहले 130 मिलियन डॉलर अपने फ्यूचर प्रोजेक्ट में लगाने की घोषणा की थी।