गूगल नहीं चाहेगी की आप उसके बारे में जान लें ये 7 बातें...


गैजेट डेस्क। गूगल में जॉब मिलना किसी के लिए भी सातवें आसमान पर पहुंचने के जैसा ही है। गूगल सपनों की नगरी तो लगता है, लेकिन कई ऐसी बातें भी हैं जो आपको शायद ना पता हों। गूगल के कुछ सीक्रेट्स हैं जिनके बारे में शायद आप ना जानते हों। इसके अलावा, गूगल के पूर्व कर्मचारियों ने भी Quora पर कुछ ऐसे खुलासे किए हैं गूगल के बारे में जो आपको जानकर अजीब लगेंगे। क्या हैं गूगल के सीक्रेट्स...
1. Overqualified लोगों के लिए बहुत छोटा सा काम- 

गूगल के एक पूर्व कर्मचारी के मुताबिक कंपनी में Overqualified (अपने काम के हिसाब से ज्यादा पढ़े लिखे और काबिल) लोगों को छोटे काम के लिए भी नौकरी पर रख लिया जाता है। गूगल में टॉप 10 कॉलेज के स्टूडेंट्स यूट्यूब से मैनुअल फ्लैग्ड कंटेंट को हटाने के लिए रखा गया है। इसके अलावा, बेसिक कोडिंग और किसी बहुत ही छोटे प्रोजेक्ट के लिए कम्प्यूटर साइंस के टॉपर और रोबोटिक इंजीनियर जैसे इंसान को रखा जाता है। ऐसे छोटे काम करते समय कर्मचारी अक्सर इरिटेट हो जाते हैं। Quora पोस्ट के मुताबिक लोग इतना इरिटेट हो जाते हैं की नौकरी तक छोड़ देते हैं। 

पर क्लिक करें और जानें क्या कहा गूगल के पूर्व कर्मचारियों ने-
2. बड़ी ऑर्गेनाइजेशन और ऑफिस पॉलिटिक्स- 

Quora यूजर Joel Johnson ने गूगल में अपना एक्सपीरियंस बताते हुए कहा की किसी भी ऑर्गेनाइजेशन में ऑफिस पॉलिटिक्स भी चलती है। अगर आप सही प्रोजेक्ट और सही बॉस के अंडर काम कर रहे हैं तो आपका प्रमोशन तय है और नए लोगों के साथ पुराने कर्मचारी सही व्यवहार भी नहीं करते। इसी के चलते जोएल ने 4 महीने में ही गूगल छोड़ दी थी। 
3. कई इंजीनियर हैं अड़ियल-

Joel की तरह ही एक और Quora यूजर के अनुसार गूगल के इंजीनियर अड़ियल और घमंडी हैं। सभी को लगता है कि वो बाकियों से बेहतर हैं। गूगल में ऑब्जेक्टिव डिस्कशन बहुत मुश्किल से होता है और सभी सिर्फ अपने काम से मतलब रखते हैं।
4. नहीं है आपका कोई वजूद-

गूगल एक बड़ी कंपनी है और उसमें आपकी वैल्यू बहुत कम है। एक और यूजर ने लिखा है की 3 साल काम करने के बाद गूगल छोड़ना बहुत मुश्किल था, लेकिन उन्होंने ये फैसला इसिलए लिया क्योंकि कंपनी में उनका इम्पैक्ट बहुत कम था। अगर आप बहुत सुपर टैलेंटेड इंजीनियर हैं जो कुछ नया बना रहे हैं आपका गूगल में कोई वजूद नहीं।
5. मिडिल मैनेजमेंट प्रॉब्लम्स-

गूगल में मिडिल मैनेजमेंट प्रॉब्लम्स भी बहुत ज्यादा हैं। सीनियर्स अपने अंडर काम करने वाले लोगों को इन्सपायर नहीं करते उनके लिए गूगल का नाम और उसकी रेप्यूटेशन बहुत जरूरी है। इसके अलावा, कुछ नया एक्सपेरिमेंट फेल होने के डर से कई बार उन्हें दबा दिया जाता है। 
6. गूगल में इंजीनियरिंग जरूरी है लेकिन डिजाइन कम-

गूगल में प्रोडक्ट इंजीनियरिंग पर बहुत ध्यान दिया जाता है, लेकिन जब बात प्रोडक्ट डिजाइनिंग की आती है तो यहां थोड़ा पीछे हो जाती है कंपनी। इसी वजह से कई प्रोडक्ट्स जैसे Wave, Google Video, Buzz, Dodgeball, Orkut, Knol और Friend Connect बंद कर दिए गए।

7. गूगल में प्रमोशन है बहुत मुश्किल-

गूगल में प्रमोशन होना बहुत मुश्किल है। इसका कारण है की छोटे से छोटा काम करने वाला एम्प्लॉय बहुत ज्यादा प्रोडक्टिव और कवालिफाइड हैं। इस कारण प्रमोशन के लिए आप खुद को अलग साबित नहीं कर पाते। स्टार्ट जितना अच्छा होता है जरूरी नहीं की एंडिंग भी उतनी ही अच्छी हो। 

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